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Motivation : फौज में भर्ती होना चाहते थे दिंगबर रावत, बन गये एमएमए फाइटर, 5 सैकेंड में किया प्रतिद्धंदी को नॉक आउट

MMA fighter Digamber singh rawatMMA fighter Digamber singh rawat
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उत्तराखण्ड़ की मिट्टी में ही कुछ ऐसी बात है कि यहॉ का युवा अपने हुनर का लोहा हर क्षेत्र में मनवाता है। ऐसा ही एक युवा इन दिनों चर्चाओं में है। नाम है दिगंबर सिंह रावत Digamber Singh Rawat, दिगंबर चर्चाओं में आजकल है लेकिन इन सुर्खियों में आने के लिए जो मेहनत दिगंमबर ने की वो कोई 6 महीने एक साल की नहीं है। बल्कि कई सालों का कठिन परिश्रम है जिसके बूते आज दिगंबर के बारे में हर कोई जानना चाहता है Know About Digamber Rawat।

चमोली का रहने वाला है दिंगबर सिंह रावत (Digamber Singh Rawat is a resident of Chamoli)

चमोली जनपद के आली के रहने वाले दिगंबर रावत एमएमए फाइटर MMA Fighter हैं। उनका एक विडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वीडियो 24 जून को दिल्ली में आयोजित हुए एक एमएमए फाइट का है। जिसमें दिगंबर ने शानदार जीत हासिल की। यह विडियो सोशल मीडिया की सुर्खियॉ तब बना जब यह पता चला कि दिंगबर देवभूमि उत्तराखण्ड़ का रहने वाला है। इसके बाद हर कोई दिंगबर के बारे में जानने के लिए उत्सुक हो गया।
दिंगबर चमोली जनपद का रहने वाला है बचपन से ही फौज में जाने का सपना था।

आर्मी में शामिल होने का था सपना

भारतीय सेना में शामिल होकर देश की सेवा करने का जुनुन दिल में लिए भर्ती की तैयारी करने लगा। रात-दिन मेहनत की भर्ती आई तो दौड़ भी निकाल ली, लेकिन मेडिकल में बाहर हो गये। इसके बाद भी दिगंबर ने हार नहीं मानी फिर से भर्ती की तैयारियों में जुट गये। इस दौरान उन्होनें यूथ फाउंडेशन में भी आर्मी भर्ती के लिए कड़ा प्रशिक्षण लिया] दूसरी बार की भर्ती में भी गये लेकिन फिर मेडिकल में बाहर। एसे में कठिन मेहनत के बाद भी जब तकदीर ने साथ नहीं दिया तो दिगंबर निराश हो गये, लेकिन अपनी निराशा को उन्होनें खुद पर हावी नहीं होने दिया।

एमएमए फाइटर के रूप में करियर बनाने की ठान ली

इसके बाद दिंगबर ने अपने लिये नया लक्ष्य चुन लिया एमएमए फाइटर बनना, और र्स्पोटस के जरीये देश व उत्तराखण्ड़ का नाम विश्वस्तर तक पहुॅचाना। फिर क्या था दिगंबर रावत ने देहरादून में स्थित MMA अकादमी से मार्शल आर्ट्स की दुनियां में कदम रखा। 2 साल यहॉ कड़ी मेहनत की, उसके बाद एमएमए फाइट्स में हिस्सा लेने लगे। दिगंबर रावत ने अभी तक देश के अलग अलग राज्यों में आयोजित डड। फाइट में अच्छा प्रर्दशन किया है और जीत हासिल की।

डेब्यू फाइट में ही 5 सेकेंड में किया नॉक आउट

दिगंबर रावत ने अपने डेब्यू फाइट में ही अपने प्रतिद्धंदी को केवल 5 सेकेंड में ही नॉक आउट कर दिया था।

दिगंबर रावत बताते हैं कि जीवन में कभी भी संतुष्टि नहीं होनी चाहिए हमेशा भूख होनी चाहिये। लगातार सिखने की ललक होनी चाहिये। हर एमएमए फाइटर का गोल यूएसए तक जाना होता है वहीं सपना अब मेरा भी है। फिलहाल खुद को तराशने की कोशिश कर रहा हूॅ। मैने अपने बहुत साल फौज में भर्ती  होने के चक्कर में गंवा दिये, लेकिन जो मैने फौज की भर्ती की तैयारी के दौरान यूथ फाउंडेशन में मेहनत की उसे अब एमएमए के लिए प्रयोग में ला रहा हूॅ।

 

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