श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रसिद्ध ढोल वादक सोहन लाल को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया, ढोल सागर की कला में महारत हासिल करने वाले सोहनलाल को गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया यह सम्मान विलुप्त होती ढोल सागर की विधा संस्कृति को जिंदा रखने में किसी अमृत से कम नहीं है, आपको बता दें कि सोहन लाल ने पूरा जीवन ढोल सागर की विधा को समर्पित किया है,
साथ ही इसे वे देश दुनिया तक पहुंचाने में भी जुटे हुए हैं, वर्तमान में उनकी पूरी टीम उत्तराखंड समेत देश व विदेशों में ढोल सागर की विधा का प्रदर्शन करते हैं, आपको बता दें कि सोहन लाल गढ़वाल विश्वविद्यालय में भी ढोल की विधा को लेकर लेक्चर दे चुके हैं, वहीं सिनसिनाटी यूनिवर्सिटी अमेरिका द्वारा भी उन्हें पढ़ाने के लिए आमंत्रित गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि दिए जाने के बाद सोहन लाल व उनके परिजनों ने इस सम्मान के लिए खुशी जताई है, उनका कहना है कि यह सम्मान उन सब का सम्मान है जो ढोल वादन की परंपरा को उत्तराखंड में अभी भी जीवित रखे हुए हैं